सिर्फ एक स्क्रीन शेयरिंग की गलती और लुट जाएगा सारा पैसा – WhatsApp Scam की पूरी कहानी, बैंक की चेतावनी और बचने के तरीके

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WhatsApp Screen Share Scam
WhatsApp Screen Share Scam

WhatsApp Screen Share Scam का नया शिकार मत बनो! जानिए कैसे मिनटों में खाली हो जाता है बैंक अकाउंट और क्या हैं बचाव के गुप्त उपाय

आज के डिजिटल युग में मोबाइल बैंकिंग और ऑनलाइन पेमेंट्स ने हमारी जिंदगी को जितना आसान बनाया है, उतना ही खतरनाक भी। अब बैंक जाने की जरूरत नहीं, कुछ ही क्लिक में ट्रांजैक्शन पूरे हो जाते हैं। लेकिन इसी सुविधा का फायदा उठा रहे हैं साइबर अपराधी। हाल ही में WhatsApp Screen Share Scam नाम का नया धोखाधड़ी तरीका सामने आया है, जिसने हजारों लोगों को परेशानी में डाल दिया है। यह स्कैम इतना चालाकी से किया जाता है कि लोग अनजाने में ही अपने बैंक अकाउंट और संवेदनशील जानकारी ठगों के हवाले कर देते हैं।

असल में, फ्रॉडस्टर्स खुद को बैंक अधिकारी या किसी नामी कस्टमर सर्विस एजेंट बताकर ग्राहकों से बातचीत करते हैं। वे भरोसा जीतने के बाद किसी नकली कारण से कहते हैं कि सर्विस एक्टिवेट करने या समस्या हल करने के लिए WhatsApp पर स्क्रीन शेयर करना जरूरी है। जैसे ही ग्राहक स्क्रीन शेयर करता है, धोखेबाज बैंकिंग ऐप्स, OTP नोटिफिकेशन और पासवर्ड देख लेता है। इस जानकारी से वे कुछ ही मिनटों में अकाउंट खाली कर देते हैं।

यह लेख आपको इस खतरनाक स्कैम की पूरी जानकारी देगा। इसमें हम समझेंगे कि यह कैसे काम करता है, किन तरीकों से लोगों को फंसाया जाता है और इससे बचने के लिए किन सुरक्षा उपायों का पालन करना जरूरी है। साथ ही हम बताएंगे कि यदि कोई फ्रॉड हो जाए तो तुरंत क्या कदम उठाने चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं WhatsApp Screen Share Scam की असलियत


WhatsApp Screen Share Scam क्या है?

WhatsApp Screen Share Scam एक ऐसा साइबर फ्रॉड है जिसमें ठग ग्राहक से WhatsApp पर स्क्रीन शेयर करने की मांग करते हैं। यह दिखने में सामान्य लगता है लेकिन स्क्रीन शेयर होते ही यूजर का पूरा मोबाइल विजिबल हो जाता है। इस दौरान अगर बैंकिंग ऐप्स, ई-वॉलेट्स या OTP नोटिफिकेशन स्क्रीन पर आते हैं तो स्कैमर्स तुरंत उनका दुरुपयोग कर सकते हैं।


स्कैमर्स कैसे फंसाते हैं लोगों को?

इस तरह के फ्रॉड में अपराधी अक्सर खुद को बैंक अधिकारी, कस्टमर केयर प्रतिनिधि या किसी भरोसेमंद संस्था का कर्मचारी बताते हैं। वे बड़ी चालाकी से ग्राहक को यह विश्वास दिलाते हैं कि उनकी बैंकिंग सर्विस एक्टिवेट करने, KYC अपडेट करने या किसी फर्जी समस्या को हल करने के लिए स्क्रीन शेयर करना जरूरी है।
जैसे ही यूजर यह गलती करता है, स्कैमर्स बैंक ऐप, पासवर्ड और OTP तक की जानकारी देख लेते हैं। इससे वे तुरंत अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं।


बैंकों की चेतावनी

कई बड़े बैंक जैसे कैनरा बैंक, SBI और HDFC ने अपने ग्राहकों को इस स्कैम से बचने के लिए चेतावनी जारी की है। उन्होंने साफ कहा है कि कोई भी असली बैंक अधिकारी कभी भी OTP या स्क्रीन शेयरिंग की मांग नहीं करेगा। अगर कोई ऐसा करता है, तो समझ लीजिए कि सामने वाला ठग है।


इस स्कैम से बचने के तरीके

इस फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता सबसे अहम है।
सबसे पहले, किसी भी संदिग्ध कॉल को रिसीव न करें। अगर कॉलर खुद को बैंक अधिकारी बताता है तो उसकी सच्चाई जरूर जांचें। WhatsApp वीडियो कॉल पर स्क्रीन शेयरिंग बिल्कुल न करें, खासकर तब जब आपके मोबाइल में बैंकिंग ऐप या वॉलेट खुले हों।
अपने मोबाइल में अज्ञात स्रोतों से ऐप डाउनलोड करने का विकल्प हमेशा बंद रखें। इसके अलावा, किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और समय-समय पर अपने बैंकिंग पासवर्ड अपडेट करते रहें।


फ्रॉड होने पर क्या करें?

अगर आप इस तरह के स्कैम का शिकार हो जाएं या संदेह हो तो तुरंत कार्रवाई करना जरूरी है।
सबसे पहले अपने बैंक को कॉल करके अकाउंट ब्लॉक कराएं। इसके बाद नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर शिकायत दर्ज करें या फिर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत कॉल करें। जल्दी कार्रवाई करने से आपके पैसों को बचाया जा सकता है।


निष्कर्ष

WhatsApp Screen Share Scam यह साबित करता है कि साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। अगर हमें अपने बैंक अकाउंट और निजी डेटा को सुरक्षित रखना है तो सतर्क रहना ही एकमात्र उपाय है। याद रखें, कोई भी असली बैंक अधिकारी आपसे कभी OTP या स्क्रीन शेयर नहीं मांगेगा। अपनी सुरक्षा आपके ही हाथ में है।


FAQs

प्रश्न 1: WhatsApp Screen Share Scam कैसे होता है?
उत्तर: इसमें ठग ग्राहक से स्क्रीन शेयर करने को कहते हैं और उसके बैंकिंग ऐप्स व OTP नोटिफिकेशन देखकर अकाउंट से पैसे चुरा लेते हैं।

प्रश्न 2: क्या बैंक कभी स्क्रीन शेयरिंग या OTP मांगता है?
उत्तर: नहीं, असली बैंक अधिकारी कभी भी OTP, पासवर्ड या स्क्रीन शेयरिंग की मांग नहीं करते।

प्रश्न 3: अगर धोखा हो जाए तो क्या करें?
उत्तर: तुरंत बैंक को सूचित करें, अकाउंट ब्लॉक कराएं और साइबर क्राइम पोर्टल या 1930 नंबर पर शिकायत दर्ज करें।

प्रश्न 4: इस स्कैम से बचने का सबसे आसान तरीका क्या है?
उत्तर: किसी भी संदिग्ध कॉल पर भरोसा न करें और WhatsApp पर स्क्रीन शेयरिंग कभी न करें।

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