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WhatsApp कॉल्स हो रही हैं रिकॉर्ड? |
WhatsApp यूज़ करने से पहले जान लें ये सच्चाई – कॉल रिकॉर्डिंग, गिरफ्तारी और सरकार की निगरानी का दावा कितना सच?
WhatsApp का इस्तेमाल हर दिन करोड़ों लोग करते हैं – चैटिंग, वॉइस कॉलिंग, वीडियो कॉलिंग और यहां तक कि बिज़नेस में भी। लेकिन हाल ही में एक वायरल मैसेज ने सोशल मीडिया पर खलबली मचा दी है, जिसमें दावा किया गया है कि अब आपकी WhatsApp कॉल्स रिकॉर्ड की जाएंगी और सरकार इन पर नजर रखेगी। आइए जानते हैं इस मैसेज के पीछे की हकीकत और क्या सच में आपकी प्राइवेसी खतरे में है? 🕵️♂️
वायरल WhatsApp मैसेज का क्या है दावा? 🤔
भारत में एक मैसेज तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार ने WhatsApp कॉलिंग को लेकर नए नियम बनाए हैं। इस मैसेज में 11 बिंदुओं में बताया गया है कि:
आपकी सभी कॉल्स रिकॉर्ड होंगी और उन्हें सेव किया जाएगा 🎧
WhatsApp समेत फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम को सरकार मॉनिटर करेगी 🖥️
कोई भी पॉलिटिकल या धार्मिक टिप्पणी करने पर गिरफ्तारी हो सकती है 🚨
आपका डिवाइस सीधे सरकार के सिस्टम से जुड़ा रहेगा 🛰️
ये मैसेज दिखने में इतना प्रोफेशनल और डरावना है कि आम यूज़र्स भ्रम में आ सकते हैं।
सरकार का जवाब: वायरल दावा पूरी तरह फर्जी है 🚫
सरकार की फैक्ट चेक यूनिट PIB Fact Check ने इस वायरल मैसेज की पोल खोल दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर साफ लिखा:
"क्या आपने भी ऐसा कोई मैसेज पढ़ा है जिसमें कहा गया है कि सरकार ने WhatsApp कॉल्स को मॉनिटर करने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं? यह दावा पूरी तरह से फर्जी है।"
इस स्पष्टीकरण के साथ PIB ने उस वायरल मैसेज का स्क्रीनशॉट भी साझा किया जिसमें झूठे दावे किए गए थे।
WhatsApp की नीति क्या कहती है? 🔐
WhatsApp की एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन पॉलिसी यह सुनिश्चित करती है कि आपकी वॉइस और वीडियो कॉल्स कोई तीसरा व्यक्ति, यहां तक कि WhatsApp खुद भी नहीं सुन सकता।
सभी चैट और कॉल्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होती हैं 🔒
कोई भी सरकारी संस्था बिना कोर्ट के आदेश के इन्हें एक्सेस नहीं कर सकती ⚖️
यूज़र की प्राइवेसी WhatsApp के लिए सर्वोपरि है
इसका मतलब यह है कि वायरल मैसेज में किया गया दावा तकनीकी रूप से और कानूनी रूप से नामुमकिन है।
सोशल मीडिया पर डर फैलाने वाले ऐसे मैसेज क्यों वायरल होते हैं? 📲
लोग बिना पुष्टि किए किसी भी मैसेज को फॉरवर्ड कर देते हैं
"सरकार", "गिरफ्तारी", "WhatsApp कॉल रिकॉर्डिंग" जैसे शब्द लोगों में डर पैदा करते हैं
जानकारी की कमी और डिजिटल साक्षरता का अभाव
ऐसे में जरूरी है कि हम हर खबर को उसकी सत्यता के आधार पर ही आगे बढ़ाएं, न कि सिर्फ डर के कारण।
❗ क्या करें, अगर आपको ऐसा कोई मैसेज मिले?
उस मैसेज को तुरंत PIB Fact Check पर रिपोर्ट करें 📝
बिना पुष्टि किए उसे फॉरवर्ड न करें 🚫
अपने परिवार और दोस्तों को भी इसकी सच्चाई बताएं 🙌
सिर्फ भरोसेमंद न्यूज़ पोर्टल्स और सरकारी चैनलों से जानकारी लें
निष्कर्ष: घबराएं नहीं, सतर्क रहें! 🛡️
इस पूरे मामले से यह साफ होता है कि WhatsApp कॉल रिकॉर्डिंग को लेकर जो भी बातें वायरल हो रही हैं, वे सिर्फ अफवाहें हैं। सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं जारी किया है और न ही WhatsApp ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में कोई ऐसा बदलाव किया है।
डिजिटल युग में सतर्क रहना ही डिजिटल नागरिक की सबसे बड़ी पहचान है। फर्जी खबरों से खुद को और अपने जानने वालों को बचाएं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या WhatsApp मेरी कॉल्स रिकॉर्ड करता है?
नहीं, WhatsApp की कॉल्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होती हैं और उन्हें कोई भी रिकॉर्ड नहीं कर सकता।
Q2. क्या सरकार मेरी WhatsApp एक्टिविटी पर नजर रखती है?
नहीं, ऐसा कोई आदेश नहीं है। सरकार बिना कोर्ट के आदेश के किसी भी कॉल या चैट को मॉनिटर नहीं कर सकती।
Q3. क्या वायरल हो रहा WhatsApp मैसेज सही है?
नहीं, PIB Fact Check ने इसे पूरी तरह फर्जी बताया है।
Q4. अगर मुझे ऐसा कोई मैसेज मिले तो मैं क्या करूं?
उसे फॉरवर्ड न करें और PIB Fact Check को टैग करके रिपोर्ट करें।
🔖 Meta Description (मेटा डिस्क्रिप्शन):
क्या WhatsApp कॉल्स रिकॉर्ड और सेव हो रही हैं? वायरल मैसेज की सच्चाई जानें, सरकार की सफाई पढ़ें और WhatsApp की पॉलिसी को समझें। फर्जी खबरों से कैसे बचें, जानिए पूरी जानकारी।