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WhatsApp और Apple यूजर्स पर सबसे बड़ा साइबर हमला! जानिए कैसे iPhone और Mac यूजर्स को बनाया गया टारगेट और आप कैसे बच सकते हैं |
iPhone और Mac पर मंडरा रहा हैकिंग का खतरा: WhatsApp का चौंकाने वाला खुलासा, तुरंत करें ये सेटिंग्स वरना हो सकता है बड़ा नुकसान
डिजिटल युग में स्मार्टफोन और इंटरनेट हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। आज हमारी रोज़मर्रा की गतिविधियां जैसे चैटिंग, बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग और यहां तक कि निजी बातचीत भी मोबाइल ऐप्स के जरिए होती हैं। ऐसे में अगर इन ऐप्स की सुरक्षा पर हमला होता है, तो इसका सीधा असर लाखों-करोड़ों यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा पर पड़ सकता है। हाल ही में WhatsApp ने एक गंभीर साइबर हमले का खुलासा किया है, जिसमें खासतौर पर Apple डिवाइस यानी iPhone और Mac यूजर्स को निशाना बनाया गया था। कंपनी ने न सिर्फ इस खतरे को पहचान लिया है, बल्कि इसके समाधान के लिए तुरंत कदम भी उठाए हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि यह हमला क्या था, कैसे हुआ, कौन-कौन इससे प्रभावित हुए और आखिर यूजर्स को क्या करना चाहिए ताकि वे ऐसे खतरों से खुद को बचा सकें।
WhatsApp और Apple यूजर्स पर मंडराया खतरा
Meta के स्वामित्व वाले WhatsApp ने हाल ही में एक बड़े हैकिंग अभियान का पर्दाफाश किया है। इस हमले में मुख्य रूप से iPhone और Mac इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को टारगेट किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हैकिंग प्लान का उद्देश्य सामाजिक संगठनों, एक्टिविस्ट्स और सिविल सोसायटी से जुड़े लोगों की निगरानी करना था।
WhatsApp के अनुसार, पुराने वर्जन जैसे WhatsApp iOS (v2.25.21.73), WhatsApp Business iOS (v2.25.21.78) और WhatsApp Mac (v2.25.21.78) में गंभीर सुरक्षा खामियां पाई गई थीं। इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स किसी भी टारगेटेड डिवाइस के डेटा तक पहुंच सकते थे। इस प्रक्रिया में लिंक किए गए डिवाइस और मैसेज सिंकिंग परमिशन का दुरुपयोग किया गया।
हैकिंग का तकनीकी पहलू
WhatsApp ने जानकारी दी कि यह हमला सिर्फ ऐप की सुरक्षा खामियों तक सीमित नहीं था, बल्कि इसे Apple के OS-लेवल वल्नरेबिलिटी (CVE-2025-43300) के साथ जोड़कर और ज्यादा खतरनाक बना दिया गया। इसका मतलब यह हुआ कि हैकर्स कई सुरक्षा परतों को बायपास करके सीधे यूजर्स के डिवाइस और डेटा तक पहुंच सकते थे।
हालांकि कंपनी ने यह साफ नहीं किया है कि इस साइबर हमले से अब तक कितने लोग प्रभावित हुए हैं, लेकिन Reuters की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में लगभग 200 यूजर्स इसकी चपेट में आए होंगे।
Amnesty International की चेतावनी
Amnesty International के Security Lab ने इस मामले को लेकर एक गंभीर बयान जारी किया है। इसके प्रमुख Donncha O Cearbhaill ने कहा कि इस हैकिंग अभियान का मुख्य लक्ष्य सामाजिक संगठनों और एक्टिविस्ट्स को बनाना था। WhatsApp ने बीते 90 दिनों में संभावित टारगेट्स को अलर्ट भेजा है।
Amnesty ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें ऐसा कोई अलर्ट मिला है, तो वे तुरंत साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की मदद लें। साथ ही, यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे अपने iPhone पर Lockdown Mode और Android डिवाइस पर Advanced Protection Mode ऑन करें, ताकि भविष्य में ऐसे हमलों से बचाव हो सके।
WhatsApp का दावा और समाधान
WhatsApp ने दावा किया है कि उसने सभी सुरक्षा कमियों को दूर कर लिया है और अब ऐप इस्तेमाल करना सुरक्षित है। कंपनी लगातार अपनी सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने पर काम कर रही है ताकि यूजर्स के निजी डेटा की सुरक्षा हो सके।
साथ ही WhatsApp ने यह भी कहा है कि यूजर्स को हमेशा अपने फोन और कंप्यूटर को नवीनतम सॉफ़्टवेयर अपडेट के साथ रखना चाहिए। अपडेट न करने पर यूजर्स के डिवाइस पुराने सुरक्षा खामियों का शिकार हो सकते हैं।
यूजर्स को क्या करना चाहिए?
अगर आप iPhone या Mac इस्तेमाल करते हैं और WhatsApp से कोई सुरक्षा अलर्ट प्राप्त हुआ है, तो इसे बिल्कुल नज़रअंदाज़ न करें।
सबसे पहले अपने डिवाइस को तुरंत अपडेट करें।
iOS पर Lockdown Mode और Android पर Advanced Protection Mode को सक्रिय करें।
किसी भी अज्ञात लिंक या फाइल को खोलने से बचें।
अगर आपको संदेह है कि आपका डिवाइस हैक हुआ है, तो तुरंत किसी साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ से संपर्क करें।
FAQs
Q1. क्या यह हैकिंग सिर्फ Apple यूजर्स के लिए थी?
नहीं, मुख्य रूप से iPhone और Mac यूजर्स को टारगेट किया गया था, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक Android यूजर्स पर भी आंशिक असर पड़ा है।
Q2. WhatsApp ने इस हैकिंग को कैसे रोका?
WhatsApp ने तुरंत अपनी सुरक्षा खामियों को पैच किया और प्रभावित वर्जन को अपडेट जारी किया, जिससे हैकिंग का खतरा खत्म हो गया।
Q3. मुझे WhatsApp से अलर्ट मिला है, अब क्या करूं?
अगर अलर्ट मिला है तो तुरंत अपना डिवाइस अपडेट करें और सिक्योरिटी सेटिंग्स जैसे Lockdown Mode को ऑन करें।
Q4. इस हमले से कितने यूजर्स प्रभावित हुए हैं?
कंपनी ने सटीक संख्या नहीं बताई, लेकिन अनुमान है कि करीब 200 यूजर्स दुनिया भर में प्रभावित हुए।
निष्कर्ष
साइबर हमले अब सिर्फ तकनीकी दुनिया तक सीमित नहीं रहे, बल्कि इनका असर सीधा आम लोगों की प्राइवेसी और सुरक्षा पर पड़ता है। WhatsApp और Apple यूजर्स को लेकर जो हालिया खतरा सामने आया है, वह हमें यह याद दिलाता है कि डिजिटल युग में सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है। नियमित अपडेट, मजबूत सिक्योरिटी सेटिंग्स और सतर्कता ही हमें ऐसे खतरों से बचा सकती है।