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WhatsApp स्कैम अलर्ट |
CID के तरफ से जारी हुआ WhatsApp यूजर्स के लिए अलर्ट, गलती से भी डाउनलोड ना करें यह फाइल नहीं तो होगा बड़ा नुकसान
देशभर में एक नया साइबर स्कैम सामने आया है जो तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। इस फ्रॉड का माध्यम बना है सबसे पॉपुलर मैसेजिंग ऐप WhatsApp 📱। हिमाचल प्रदेश की राज्य CID साइबर सेल ने इस स्कैम को लेकर चेतावनी जारी की है जिसमें ठगों द्वारा फर्जी RTO चालान भेजे जा रहे हैं।
🚨 कैसे होता है ये WhatsApp स्कैम?
फ्रॉडस्टर्स एक संदिग्ध मैसेज के ज़रिए लोगों को टारगेट करते हैं। इस मैसेज में दावा किया जाता है कि आपका दोपहिया या चारपहिया वाहन चालान हो गया है और उसके भुगतान के लिए एक APK फाइल लिंक भेजा जाता है। जैसे ही कोई यूजर उस लिंक पर क्लिक करता है और फाइल डाउनलोड करके इंस्टॉल करता है, उसका पूरा मोबाइल सिस्टम और WhatsApp अकाउंट हैक हो जाता है। 😱
🔓 क्या हो सकता है नुकसान?
इस तरह की फ़ाइल इंस्टॉल करने के बाद आपका पूरा डिवाइस ठगों के कंट्रोल में चला जाता है। वे आपकी निजी जानकारियाँ जैसे:
बैंक अकाउंट डिटेल्स 🏦
पासवर्ड्स 🔑
कांटैक्ट लिस्ट 📒
ओटीपी व लॉगिन क्रेडेंशियल्स 🧾
...जैसी संवेदनशील सूचनाओं को चुरा लेते हैं। ये डाटा फिर identity theft और वित्तीय नुकसान के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
🧠 WhatsApp स्कैम के पीछे की चालाकी
Tribune India की रिपोर्ट के अनुसार, इस साइबर फ्रॉड की पुष्टि राज्य CID साइबर क्राइम यूनिट के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) मोहित चावला ने की है। उन्होंने इसे "डिजिटल फ्रॉड का नया और खतरनाक तरीका" बताया है। उन्होंने बताया कि इन फर्जी चालानों को इतनी सफाई से डिजाइन किया गया है कि आम नागरिक उन्हें असली समझ बैठते हैं।
उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई लिंक पर क्लिक करता है, उनका डिवाइस WhatsApp सहित पूरी तरह से हैक हो जाता है। इससे यूजर को आर्थिक व व्यक्तिगत स्तर पर भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
🛑 कैसे बचें इस WhatsApp स्कैम से?
DIG मोहित चावला ने जनता से अपील की है कि:
किसी भी अनजान नंबर से आए WhatsApp मैसेज पर क्लिक न करें। ❌
APK फाइल्स कभी डाउनलोड न करें, विशेषकर जब वे अनऑथराइज्ड सोर्स से आई हों। ⚠️
किसी चालान की पुष्टि करनी हो तो हमेशा सरकारी वेबसाइट या ऑफिशियल ऐप पर जाकर ही करें। ✅
📞 स्कैम हो जाए तो क्या करें?
यदि आप इस प्रकार के फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं, तो बिना देर किए साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। जितनी जल्दी आप रिपोर्ट करेंगे, उतनी जल्दी कार्रवाई हो सकती है।
🧩 सतर्कता ही है सुरक्षा
WhatsApp फ्रॉड से बचने का सबसे असरदार तरीका है सतर्कता और जागरूकता। जितना ज्यादा लोग इन स्कैम्स के बारे में जानेंगे, उतना कम असर फ्रॉडस्टर्स का होगा। आपको चाहिए कि हर अज्ञात मैसेज, लिंक और फाइल को संदेह की नजर से देखें।
🔐 WhatsApp उपयोग करते समय रखें ये सावधानियाँ
दो-स्तरीय सत्यापन (Two-factor authentication) एक्टिव करें।
नियमित रूप से ऐप और सिस्टम को अपडेट करें।
किसी भी फॉरवर्डेड मैसेज को आंख मूंदकर न मानें।
❓FAQs
Q1. क्या WhatsApp पर आए हर चालान मैसेज फर्जी होता है?
नहीं, लेकिन यदि उसमें किसी APK फाइल या लिंक के जरिए डाउनलोड की बात हो रही हो तो सावधान रहें।
Q2. WhatsApp का अकाउंट हैक हो गया तो क्या करें?
तुरंत ऐप से लॉगआउट करें, पासवर्ड बदलें और 1930 पर शिकायत दर्ज करें।
Q3. क्या सरकारी वेबसाइट से चालान की पुष्टि की जा सकती है?
हाँ, आप परिवहन विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चालान की जानकारी जांच सकते हैं।
Q4. क्या iPhone यूज़र्स भी इस स्कैम का शिकार हो सकते हैं?
यह स्कैम मुख्यतः Android यूज़र्स को टारगेट करता है क्योंकि APK फाइलें केवल Android पर इंस्टॉल होती हैं।
Q5. क्या WhatsApp पर आने वाले हर मैसेज को ब्लॉक कर देना चाहिए?
नहीं, लेकिन अज्ञात नंबरों से आए संदिग्ध मैसेज को जरूर ब्लॉक करें।
✅ निष्कर्ष
WhatsApp अब केवल एक मैसेजिंग ऐप नहीं रहा, बल्कि यह साइबर ठगों का पसंदीदा जरिया बन चुका है। फर्जी चालानों के बहाने भेजे गए मैसेज से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध फाइल या लिंक को खोलने से पहले सोचें। साइबर सुरक्षा आपकी जागरूकता पर निर्भर करती है। तकनीक का उपयोग करें, लेकिन सतर्कता के साथ।