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अमेरिकी संसद में WhatsApp बैन! क्या Signal, iMessage और FaceTime हैं अब नए विकल्प?📱🔒 |
अमेरिकी संसद में WhatsApp बैन! क्या Signal, iMessage और FaceTime हैं अब नए विकल्प?📱🔒
अमेरिका की संसद (US House of Representatives) ने एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए अपने सभी कर्मचारियों को सरकारी डिवाइसेज़ पर WhatsApp इस्तेमाल करने से साफ़ मना कर दिया है। 📵
रिपोर्ट के अनुसार, संसद के कर्मचारियों को न मोबाइल 📱, न डेस्कटॉप 💻 और न ही वेब 🌐 पर WhatsApp चलाने की इजाजत होगी। यदि कोई कर्मचारी इस आदेश की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती है।
🛡️ क्यों लगाया गया WhatsApp पर बैन?
संसद के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (CAO) की ओर से भेजे गए ईमेल के माध्यम से इस फैसले की जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि संसद की साइबर सुरक्षा टीम ने WhatsApp को "High Risk App" की श्रेणी में रखा है।
⚠️ मुख्य कारण:
🔓 डेटा ट्रांसपेरेंसी की कमी
🔐 स्टोरेज डेटा के लिए मजबूत एन्क्रिप्शन का अभाव
⚠️ संभावित अन्य साइबर सुरक्षा खतरे
इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी संसद ने WhatsApp को अपने सरकारी सिस्टम से बाहर करने का निर्णय लिया है।
📲 अब कौन से ऐप्स हैं मान्य?
WhatsApp की जगह संसद के कर्मचारी अब निम्नलिखित ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं:
✅ Microsoft Teams
✅ Wickr
✅ Signal
✅ iMessage
✅ FaceTime
इन ऐप्स को सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी के उच्च मानकों पर खरा उतरने के बाद मंजूरी दी गई है।
इसके अलावा, कर्मचारियों को फिशिंग स्कैम्स 🎣 से सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है ताकि डेटा चोरी या हैकिंग जैसी घटनाओं से बचा जा सके।
🗣️ Meta का विरोध - "WhatsApp है सुरक्षित"
Meta के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने इस फैसले का विरोध करते हुए X (पूर्व Twitter) पर कहा:
"हम अमेरिकी संसद के इस निर्णय से पूरी तरह असहमत हैं। WhatsApp पर सभी मैसेज एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड 🔐 होते हैं, जिन्हें WhatsApp भी नहीं पढ़ सकता।"
उन्होंने यह भी कहा कि जिन ऐप्स को मंजूरी दी गई है, उनमें से कई में WhatsApp जैसी सुरक्षा सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
🔙 पहले भी हो चुके हैं ऐसे ऐप्स पर प्रतिबंध
यह पहला मौका नहीं है जब अमेरिकी सरकार ने किसी ऐप को सरकारी डिवाइसेज़ पर बैन किया हो। इससे पहले TikTok, ChatGPT, Microsoft Copilot, और DeepSeek जैसे ऐप्स को भी सुरक्षा कारणों से प्रतिबंधित किया जा चुका है।
🇺🇸 अमेरिकी सरकार की नीति:
सरकार अब डिजिटल सुरक्षा और डेटा गोपनीयता के मामले में किसी तरह का समझौता नहीं कर रही है। विशेष रूप से सरकारी कार्यालयों में उपयोग किए जाने वाले ऐप्स की सुरक्षा की कड़ी जांच की जा रही है।
🧠 निष्कर्ष (Conclusion)
अमेरिकी संसद का WhatsApp पर बैन यह स्पष्ट करता है कि अब साइबर सुरक्षा सर्वोपरि हो चुकी है। इस फैसले से यह भी संकेत मिलता है कि सरकारें अब केवल लोकप्रियता नहीं, बल्कि डेटा प्राइवेसी और नियंत्रण को अधिक प्राथमिकता दे रही हैं।
WhatsApp भले ही दुनियाभर में एक लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप हो, लेकिन जब बात आती है सरकारी डेटा की सुरक्षा 🔐, तो कोई भी समझौता संभव नहीं।
❓FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
❓ अमेरिकी संसद ने WhatsApp पर क्यों बैन लगाया?
उत्तर: सुरक्षा चिंताओं और डेटा ट्रांसपेरेंसी की कमी के कारण इसे हाई रिस्क ऐप माना गया।
❓ अब कौन-कौन से ऐप्स सरकारी डिवाइसेज पर उपयोग किए जा सकते हैं?
उत्तर: Microsoft Teams, Wickr, Signal, iMessage और FaceTime को मंजूरी दी गई है।
❓ क्या WhatsApp में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन नहीं है?
उत्तर: है, लेकिन संसद की साइबर टीम का मानना है कि यह पर्याप्त पारदर्शिता और अन्य सुरक्षा मापदंडों पर खरा नहीं उतरता।
❓ क्या पहले भी ऐप्स बैन हुए हैं?
उत्तर: हां, TikTok, ChatGPT, Copilot और DeepSeek जैसे कई ऐप्स पहले ही बैन किए जा चुके हैं।
❓ Meta का इस फैसले पर क्या कहना है?
उत्तर: Meta के प्रवक्ता ने विरोध जताते हुए कहा कि WhatsApp पूरी तरह सुरक्षित है और संसद का फैसला अनुचित है।