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WhatsApp यूजर्स सावधान! सरकार ने 19 लाख अकाउंट्स किए बैन, 74,000 सिम डीलर्स ब्लैकलिस्ट - मोबाइल चोरी और फ्रॉड से बचने का पूरा प्लान जानिए यहां |
DoT की सबसे बड़ी कार्रवाई! 4.2 करोड़ SIM ब्लॉक, 20 लाख मोबाइल ट्रेस, WhatsApp यूजर्स के लिए आई सबसे अहम चेतावनी – जानिए कैसे करें रिपोर्ट
देशभर में बढ़ते साइबर अपराध 🚨 को रोकने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने एक बेहद सख्त कदम उठाया है। हाल ही में DoT ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि उन्होंने अब तक 4.2 करोड़ से अधिक SIM कार्ड 🚫, और 19 लाख से ज्यादा WhatsApp अकाउंट ❌ को बंद कर दिया है। ये कार्रवाई साइबर क्राइम पर नियंत्रण के मकसद से की गई है।
📱 WhatsApp यूज़र्स के लिए बड़ा अलर्ट!
DoT द्वारा की गई इस कार्रवाई के तहत 19 लाख WhatsApp अकाउंट पर रोक लगाई गई है। इन अकाउंट्स का इस्तेमाल साइबर धोखाधड़ी और फर्जी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।
👉 WhatsApp जैसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर साइबर फ्रॉड की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। लोग फर्जी कॉल्स, लिंक और मैसेज के जरिए ठगे जा रहे हैं। ऐसे में सरकार की ये पहल आम जनता की सुरक्षा के लिए बेहद अहम है।
📢 X (Twitter) पर दी गई जानकारी
दूरसंचार विभाग ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में Twitter) अकाउंट से जानकारी दी कि संचार माध्यमों के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई की गई है।
🔒 "साइबर धोखाधड़ी में उपयोग हो रहे 4.5 लाख मोबाइल डिवाइसेज़ को ब्लॉक किया गया है। साथ ही, 19 लाख से अधिक WhatsApp अकाउंट्स को बंद किया गया है।"
🔍 74,000+ सिम डीलर्स हुए ब्लैकलिस्ट
DoT के अनुसार, 74,000 से अधिक सिम डीलर्स 🛑, जो बल्क में सिम बेचने का काम करते थे, उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
🔐 ये वे डीलर हैं जो बिना वेरिफिकेशन या फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बड़ी मात्रा में सिम वितरित कर रहे थे। इससे कई फर्जी मोबाइल कनेक्शन एक्टिव हो रहे थे, जो आगे चलकर साइबर क्राइम में इस्तेमाल होते थे।
📲 4.2 करोड़ SIM कार्ड्स पर कार्रवाई
सरकार ने अब तक 4.2 करोड़ से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन ❌ को बंद कर दिया है। यह उन कनेक्शनों पर लागू होता है जो फर्जी या अवैध तरीके से जारी किए गए थे।
🔍 यह कदम उन लोगों के लिए चेतावनी है जो फर्जी ID के आधार पर सिम कार्ड लेते या बेचते हैं।
📡 20 लाख से ज्यादा चोरी हुए मोबाइल्स का पता चला
DoT की रिपोर्ट के अनुसार, 20 लाख से ज्यादा चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन 📵 को देशभर में विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से ट्रेस किया गया है।
🛰️ इसमें सरकार की प्रमुख भूमिका संचार साथी पोर्टल और संचार साथी मोबाइल ऐप ने निभाई है।
📥 क्या है संचार साथी पोर्टल और ऐप?
संचार साथी पोर्टल और मोबाइल ऐप 📱 को कुछ महीने पहले सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य है - डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाना और साइबर धोखाधड़ी को रोकना।
💡 इसकी कुछ खासियतें:
👉 फर्जी कॉल और मैसेज की रिपोर्टिंग का विकल्प।
👉 खोए या चोरी हुए मोबाइल की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
👉 अपने नाम पर एक्टिव सभी SIM कार्ड्स की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
👉 SIM misuse की रिपोर्टिंग और SIM को तुरंत ब्लॉक कराने की सुविधा।
🔗 इसके लिए आप वेबसाइट https://sancharsaathi.gov.in/ पर विज़िट कर सकते हैं या एप्लिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं।
🛡️ कैसे करें खुद को साइबर धोखाधड़ी से सुरक्षित?
✅ कुछ जरूरी सुझाव:
🔒 कभी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
📞 अजनबी नंबर से आए कॉल्स पर OTP या बैंक डिटेल न दें।
📲 सिर्फ अधिकृत प्लेटफॉर्म्स से ऐप डाउनलोड करें।
🧾 अपने सिम और मोबाइल की जानकारी समय-समय पर जांचते रहें।
⚙️ संचार साथी ऐप का इस्तेमाल कर जांचें कि आपके नाम पर कितने सिम एक्टिव हैं।
🧠 सरकार की मुहिम का असर
DoT की यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश देती है कि सरकार अब साइबर अपराध के खिलाफ बेहद सख्त रवैया अपना रही है।
🔍 इससे न केवल डिजिटल धोखाधड़ी में कमी आएगी, बल्कि आम जनता का भरोसा भी डिजिटल सिस्टम में और मजबूत होगा।
📌 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
❓1. क्या मेरा WhatsApp अकाउंट भी बंद हो सकता है?
उत्तर: अगर आपका अकाउंट किसी प्रकार की फर्जी गतिविधि में शामिल नहीं है तो नहीं। लेकिन गलत तरीके से एक्टिव किए गए नंबर पर आधारित अकाउंट बंद किए जा सकते हैं।
❓2. मैं कैसे पता करूं कि मेरे नाम पर कितने सिम कार्ड एक्टिव हैं?
उत्तर: आप संचार साथी पोर्टल या मोबाइल ऐप के जरिए अपने नाम पर एक्टिव सभी सिम कार्ड्स की जानकारी पा सकते हैं।
❓3. संचार साथी ऐप कहां से डाउनलोड करें?
उत्तर: आप इसे Google Play Store से डाउनलोड कर सकते हैं या वेबसाइट sancharsaathi.gov.in पर जाकर जानकारी ले सकते हैं।
❓4. अगर मेरा मोबाइल चोरी हो जाए तो क्या कर सकता हूं?
उत्तर: आप संचार साथी ऐप के जरिए मोबाइल चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं और ट्रैकिंग के लिए रिक्वेस्ट डाल सकते हैं।
❓5. क्या SIM ब्लॉक होने से मेरे अन्य ऐप्स पर असर पड़ेगा?
उत्तर: हां, अगर वह सिम आपके WhatsApp या अन्य ऐप से जुड़ा है तो लॉगइन या OTP वेरिफिकेशन में परेशानी हो सकती है।
📍 निष्कर्ष: अब साइबर अपराधियों की खैर नहीं!
भारत में बढ़ते साइबर फ्रॉड के बीच DoT की ये सख्त कार्रवाई एक बड़ा कदम है।
💥 4 करोड़ से ज्यादा SIM ब्लॉक, 19 लाख WhatsApp अकाउंट बंद, और लाखों फर्जी डीलर्स पर कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अब सरकार डिजिटल फ्रॉड पर "जीरो टॉलरेंस नीति" अपनाने जा रही है।
✅ अगर आप खुद को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो संचार साथी ऐप और पोर्टल का इस्तेमाल करें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रिपोर्ट करें।