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⚠️ WhatsApp के ज़रिए शेयर बाज़ार में 26 करोड़ मुनाफे का झांसा: कारोबारी से 4.04 करोड़ की बड़ी साइबर ठगी! |
⚠️ WhatsApp के ज़रिए शेयर बाज़ार में 26 करोड़ मुनाफे का झांसा: कारोबारी से 4.04 करोड़ की बड़ी साइबर ठगी!
दिल्ली के सुलेमान नगर में रहने वाले एक व्यापारी के साथ हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें वाट्सएप ग्रुप के ज़रिए शेयर बाजार में अधिक मुनाफे का लालच देकर ₹4.04 करोड़ की ठगी की गई। पीड़ित कारोबारी अक्षय गुप्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें "A-5 वेल्थ फ्रीडम" नामक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल किया गया, जहां से यह जाल बिछाया गया।
📱 WhatsApp ग्रुप से जाली ऐप तक: ऐसे रची गई ठगी की स्क्रिप्ट
इस ठगी की शुरुआत क्यूआईबी ट्रेडिंग (QIB Trading) के ज़रिए अधिक लाभ दिलाने के बहाने हुई। कारोबारी को एक जाली ऐप 'गलाद अरब' (Galadh Arab) पर निवेश के लिए उकसाया गया, जो खुद को दुबई स्थित गलहद सिक्योरिटीज लिमिटेड से जुड़ा बताता था।
🤖 नकली प्रोफाइल
📊 झूठे बाजार विश्लेषण
💻 फर्जी ऐप इंटरफेस
इन तकनीकों के ज़रिए कारोबारी का विश्वास जीता गया और एक के बाद एक लेनदेन के ज़रिए करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया गया।
💸 27 लेनदेन और ₹4.04 करोड़ की ठगी
फरवरी से मार्च के बीच सिर्फ दो महीनों में कारोबारी से 27 बार में कुल ₹4 करोड़ 4.50 लाख की राशि अलग-अलग भारतीय बैंक खातों में ट्रांसफर करवाई गई। यह राशि साइबर ठगों ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत ऐंठ ली।
🚨 26 करोड़ के दिखावे और फर्जी एफबीआई धमकी से बढ़ाई गई ठगी
जब कारोबारी ने जाली ऐप पर दिखाई जा रही ₹26 करोड़ की रकम निकालने की कोशिश की, तो उसे सरकारी कर और एफबीआई की फर्जी धमकियों का सामना करना पड़ा। इस बहाने और भी रकम की मांग की गई ताकि कथित लाभ की राशि रिलीज की जा सके।
🧠 साइबर ठगों की स्मार्ट योजना और तकनीकी हथियार
दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन और स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन (IFSO) यूनिट ने मामले की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ठगों ने उन्नत तकनीकी उपाय अपनाए:
🕵️♂️ VPN का इस्तेमाल
🌐 फर्जी सर्वर
🧑💻 कृत्रिम प्रोफाइल्स
इन तकनीकों से वे अपने असली स्थान और पहचान को छिपा कर ठगी को अंजाम दे सके।
📍 कहां-कहां फैला है यह साइबर नेटवर्क?
यह गिरोह केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहा। पुलिस जांच में सामने आया कि यह पूरा साइबर ऑपरेशन 1 जनवरी से 5 अप्रैल के बीच दिल्ली समेत भारत के कई हिस्सों में फैला हुआ था। इस मामले में कई संदिग्धों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
👮♂️ पुलिस की अपील: सतर्क रहें और अनजान निवेश योजनाओं से दूर रहें
दिल्ली पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे:
⚠️ अनजान ऑनलाइन निवेश समूहों से दूरी बनाए रखें
📲 व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर साझा की गई योजनाओं पर आँख बंद कर भरोसा न करें
🔐 केवल प्रमाणित और लाइसेंस प्राप्त प्लेटफॉर्म पर ही निवेश करें
🧾 निष्कर्ष: WhatsApp बन रहा है नया साइबर अपराध का मंच
यह मामला इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि साइबर ठग किस तरह तकनीक और मनोवैज्ञानिक हथकंडों का इस्तेमाल कर लोगों को लूटने में सफल हो रहे हैं। शेयर बाजार की आड़ में रचा गया यह जाल, सामान्य व्यक्ति से लेकर अनुभवी व्यापारियों तक को चपेट में ले सकता है।
इसलिए, सतर्क रहें, जागरूक बनें और किसी भी निवेश से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल अवश्य करें। ✅
❓FAQs
Q1: क्या WhatsApp पर शेयर बाजार से जुड़ी योजनाएं भरोसेमंद होती हैं?
🔴 नहीं, WhatsApp पर आने वाली अधिकांश योजनाएं जालसाजी होती हैं। हमेशा प्रमाणित प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।
Q2: गलाद अरब ऐप क्या है?
यह एक फर्जी निवेश ऐप है, जिसे साइबर ठगों ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देने के लिए बनाया था।
Q3: अगर किसी ने ठगी की हो तो क्या करें?
आप नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।
Q4: साइबर ठग कौन-कौन से हथकंडे अपनाते हैं?
VPN, फर्जी प्रोफाइल, नकली ऐप्स, और सोशल मीडिया पर झूठे वादे इनका मुख्य हथियार होते हैं।
Q5: निवेश से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
वेबसाइट की प्रमाणिकता जांचें
रजिस्ट्रेशन नंबर और SEBI लाइसेंस देखें
सोशल मीडिया पर मिले ऑफर्स से बचें