⚠️ व्हाट्सएप पर फोटो क्लिक करते ही उड़ गए 2 लाख! जानिए साइबर फ्रॉड का खतरनाक नया तरीका 📲💸

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⚠️ व्हाट्सएप पर फोटो क्लिक करते ही उड़ गए 2 लाख! जानिए साइबर फ्रॉड का खतरनाक नया तरीका 📲💸
⚠️ व्हाट्सएप पर फोटो क्लिक करते ही उड़ गए 2 लाख! जानिए साइबर फ्रॉड का खतरनाक नया तरीका 📲💸

⚠️ व्हाट्सएप पर फोटो क्लिक करते ही उड़ गए 2 लाख! जानिए साइबर फ्रॉड का खतरनाक नया तरीका 📲💸

डिजिटल युग में तकनीक जहां हमारे जीवन को सुविधाजनक बना रही है, वहीं साइबर अपराधी भी उतनी ही तेजी से खतरनाक होते जा रहे हैं। आजकल व्हाट्सएप जैसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर अपराधी नए साइबर फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं, जिसमें स्टेगनोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। हाल ही में जबलपुर में एक हैरान कर देने वाली घटना ने सबका ध्यान इस ओर खींचा है।


📌 घटना का पूरा विवरण – कैसे हुआ 2 लाख का नुकसान?

28 मार्च की सुबह जबलपुर के कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले प्रदीप जैन अपने घर पर थे। सुबह करीब 9 बजे उनके व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर (9827832213) से कॉल आया और उसके बाद एक बुजुर्ग व्यक्ति की फोटो भेजी गई। कॉलर ने पूछा – "क्या आप इस व्यक्ति को जानते हैं?"

प्रदीप ने पहले तो इस संदेश को नज़रअंदाज़ कर दिया लेकिन कुछ देर बाद फिर कॉल आया, जिससे परेशान होकर उन्होंने जवाब दिया कि वे उस व्यक्ति को नहीं जानते और कॉल काट दी।

👉 लेकिन यहीं से शुरू होती है ठगी की असली कहानी!

दोपहर 1:35 बजे दोबारा कॉल आया और प्रदीप को फोटो पर क्लिक करने के लिए उकसाया गया। जिज्ञासावश उन्होंने जैसे ही फोटो पर क्लिक किया, उनका मोबाइल फोन हैक हो गया।


💸 कुछ ही मिनटों में खाते से उड़ गए ₹2,01,000!

📲 फोटो पर क्लिक करते ही फोन का कंट्रोल अपराधियों के हाथ में चला गया। हैकर्स ने हैदराबाद स्थित एक एटीएम से प्रदीप के खाते से ₹2,01,000 निकाल लिए।

बैंक द्वारा लेन-देन की पुष्टि के लिए कॉल आने पर ठगों ने प्रदीप की आवाज की नकल करके खुद ही जवाब दे दिया और ट्रांजैक्शन को वैध साबित कर दिया।


🕵️‍♂️ क्या है स्टेगनोग्राफी तकनीक?

🔐 छुपा हुआ खतरा – दिखती है फोटो, होता है वायरस!

स्टेगनोग्राफी एक ऐसी तकनीक है जिसमें एक साधारण सी फोटो के अंदर एक खतरनाक लिंक छिपाया जाता है। जब यूज़र उस फोटो पर क्लिक करता है, तो वो लिंक एक्टिवेट होकर एक मैलवेयर ऐप को फोन में डाउनलोड कर देता है।

💥 यह ऐप यूज़र के फोन का पूरा एक्सेस ठगों को दे देता है, जिससे वे बैंक डिटेल्स, ओटीपी, और अन्य जरूरी जानकारियों को चुरा सकते हैं।


🧠 पहले करते थे फिशिंग, अब ये है नया तरीका!

पहले साइबर अपराधी फिशिंग लिंक या ओटीपी धोखाधड़ी से लोगों को ठगते थे। लेकिन अब जब लोग सतर्क होने लगे हैं, तो उन्होंने नया तरीका अपनाया है – स्टेगनोग्राफी फ्रॉड।


📱 व्हाट्सएप पर साइबर फ्रॉड कैसे हो रहा है?

  • ✅ अनजान नंबर से कॉल करके भावनात्मक फोटो भेजना

  • ✅ फोटो पर क्लिक करने के लिए मजबूर करना

  • ✅ जैसे ही क्लिक करें, फोन में ऐप डाउनलोड होकर डेटा एक्सेस हो जाता है

  • ✅ बैंक खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं

  • ✅ वॉयस क्लोनिंग तकनीक से बैंक को धोखा देना


⚠️ कैसे बचें इस नए साइबर फ्रॉड से?

🛡️ कुछ आसान लेकिन महत्वपूर्ण उपायों को अपनाकर आप खुद को ऐसे साइबर फ्रॉड से बचा सकते हैं:

  • 🚫 अनजान नंबर से आई कॉल या फोटो को कभी न खोलें

  • 📵 फ़ोन में किसी भी अज्ञात फोटो या लिंक पर क्लिक न करें।

  • 🧠 अपने फोन में किसी भी अज्ञात ऐप को डाउनलोड करने की अनुमति न दें

  • 🏦 बैंक से जुड़ी जानकारी कभी भी किसी के साथ शेयर न करें

  • 🔐 हमेशा अपने फ़ोन को एंटीवायरस ऐप से सुरक्षित रखें।

  • 🗣️ वॉयस वेरिफिकेशन कॉल्स में सतर्क रहें


🏛️ सरकार और साइबर एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?

🔍 विशेषज्ञों का कहना है कि स्टेगनोग्राफी जैसे तरीकों से बचने के लिए आम नागरिकों को डिजिटल साक्षरता की ज़रूरत है।

सरकार की तरफ से भी Cyber Crime हेल्पलाइन 1930 पर ऐसे मामलों की रिपोर्ट तुरंत करनी चाहिए।


📊 भारत में बढ़ रहे हैं साइबर अपराध

वर्ष दर वर्ष भारत में साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अकेले 2024 में ही 15 लाख से अधिक साइबर फ्रॉड के मामले सामने आए हैं।

यह दर्शाता है कि हमें सतर्क और जागरूक रहने की अत्यधिक आवश्यकता है।


❓FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. स्टेगनोग्राफी तकनीक क्या है?
👉 यह एक तकनीक है जिसमें फोटो या वीडियो के अंदर छिपे हुए डेटा या लिंक होते हैं जो क्लिक करने पर खतरनाक ऐप्स डाउनलोड करवा सकते हैं।

2. अगर मैंने गलती से ऐसी फोटो पर क्लिक कर दी तो क्या करूं?
👉 तुरंत फोन को फ्लाइट मोड में डालें, बैंक को सूचित करें और नजदीकी साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं।

3. क्या व्हाट्सएप से हैकिंग संभव है?
👉 हां, अगर आप अज्ञात लिंक या फोटो पर क्लिक करते हैं तो व्हाट्सएप के जरिए भी हैकिंग संभव हो सकती है।

4. साइबर फ्रॉड की शिकायत कहां करें?
👉 आप 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं या https://cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

5. क्या वॉयस क्लोनिंग से भी ठगी हो रही है?
👉 हां, अब ठग वॉयस क्लोनिंग तकनीक से आपकी आवाज की नकल कर बैंक कॉल्स को वैध साबित करते हैं।


✅ निष्कर्ष: सतर्कता ही सुरक्षा है!

व्हाट्सएप पर भेजी गई एक साधारण फोटो अब लाखों का नुकसान कर सकती है। ऐसे समय में जब डिजिटल फ्रॉड के तरीके बदलते जा रहे हैं, हमें भी अपनी जागरूकता और सतर्कता को अपग्रेड करना होगा।

💡 याद रखें – क्लिक करने से पहले सोचें!
🙏 "जागरूक नागरिक ही सुरक्षित नागरिक है!"

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