
Digital Arrest: सरकार की सख्ती, 83 हजार WhatsApp Accounts बंद, करोड़ों का साइबर फ्रॉड रोका
Digital Arrest: सरकार की सख्ती, 83 हजार WhatsApp Accounts बंद, करोड़ों का साइबर फ्रॉड रोका

भारत सरकार साइबर अपराधों के खिलाफ लगातार सख्त कदम उठा रही है। हाल ही में डिजिटल धोखाधड़ी में शामिल 83,668 वॉट्सऐप Accounts और 3,962 से अधिक स्काइप आईडी को Block कर दिया गया है। इसके अलावा, 7.81 लाख से अधिक सिम कार्ड और 2.08 लाख से अधिक IMEI नंबर को भी निष्क्रिय कर दिया गया है। सरकार की इस बड़ी कार्रवाई से अब तक 4,386 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी को रोका जा चुका है।
साइबर क्राइम के खिलाफ सरकार का बड़ा कदम
गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाले साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह सेंटर भारत में साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने और उन्हें नियंत्रित करने का काम करता है।
कैसे किया जा रहा है साइबर अपराधियों पर शिकंजा?
गृह राज्य मंत्री संजय बंदी कुमार ने राज्यसभा में बताया कि यह कार्रवाई डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों को रोकने के लिए की गई है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी ED (प्रवर्तन निदेशालय), CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) जैसी सरकारी एजेंसियों के अधिकारी बनकर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे फर्जी Accounts की पहचान कर उन्हें तुरंत Block कर दिया गया।
83,668 WhatsApp Accounts Block
भारत सरकार की इस कार्रवाई के तहत 83,668 वॉट्सऐप Accounts को निष्क्रिय कर दिया गया है, जो साइबर धोखाधड़ी में लिप्त पाए गए थे। ये Accounts विभिन्न प्रकार की डिजिटल धोखाधड़ी में इस्तेमाल हो रहे थे, जिसमें आम नागरिकों को ठगने और व्यक्तिगत जानकारी चुराने जैसी गतिविधियां शामिल थीं।
सिम कार्ड और IMEI नंबर पर भी सख्ती
सरकार ने सिर्फ ऑनलाइन Accounts ही नहीं, बल्कि मोबाइल सिम कार्ड और IMEI नंबर पर भी कड़ी कार्रवाई की है।
7.81 लाख से अधिक सिम कार्ड Block किए गए हैं।
2.08 लाख से अधिक IMEI नंबर Block किए गए हैं।
यह कदम साइबर अपराधियों को मोबाइल नेटवर्क का गलत इस्तेमाल करने से रोकने के लिए उठाया गया है।
इंटरनेशनल स्पूफ कॉल्स पर रोक
भारत सरकार ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSP) के साथ मिलकर इंटरनेशनल स्पूफ कॉल्स पर भी रोक लगाने के लिए एक नई प्रणाली विकसित की है।
कई बार इंटरनेशनल कॉल्स भारतीय नंबर के रूप में दिखाई देती हैं, लेकिन वे वास्तव में विदेश से की जाती हैं।
ऐसी संदिग्ध कॉल्स की पहचान कर उन्हें तुरंत Block करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैंकिंग और वित्तीय धोखाधड़ी पर प्रभाव
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की एक रिपोर्ट के अनुसार:
वर्ष 2023 में भारत में 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी हुई।
पिछले 10 वर्षों में बैंकों ने साइबर धोखाधड़ी के 65,017 मामलों की सूचना दी है, जिससे कुल 4.69 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सरकार की आगे की योजना
सरकार आने वाले समय में साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए कई नए कदम उठाने जा रही है।
साइबर जागरूकता अभियान: आम जनता को साइबर फ्रॉड से बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
सख्त कानून: डिजिटल धोखाधड़ी से जुड़े कानूनों को और मजबूत किया जाएगा।
टेक्नोलॉजी अपग्रेड: साइबर अपराधों का पता लगाने के लिए नई तकनीकों और AI-आधारित निगरानी तंत्र का उपयोग किया जाएगा।
निष्कर्ष
सरकार की यह कड़ी कार्रवाई साइबर अपराधों पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण साबित हो रही है। WhatsApp और Skype जैसे प्लेटफॉर्म्स पर साइबर फ्रॉड बढ़ता जा रहा था, लेकिन सरकार के इस सख्त कदम ने इसे रोकने में अहम भूमिका निभाई है। इसके साथ ही, सिम कार्ड और IMEI नंबर पर की गई कार्रवाई से डिजिटल धोखाधड़ी पर भी प्रभावी नियंत्रण पाया जा सका है। आने वाले समय में, सरकार और कड़े कदम उठाकर साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए प्रयासरत रहेगी।