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Whatsapp DP Fraud: 4.4 करोड़ की ठगी का नया तरीका, ऐसे करें बचाव! |
Whatsapp DP Fraud: 4.4 करोड़ की ठगी का नया तरीका, ऐसे करें बचाव!
आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। अब ठग नए-नए तरीकों से लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। हाल ही में मुंबई में एक शख्स से 4.4 करोड़ रुपये की ठगी की गई, और इसमें सिर्फ Whatsapp DP (डिस्प्ले पिक्चर) को हथियार बनाया गया। यह Fraud इतना खतरनाक है कि अगर आप सतर्क न रहें तो किसी भी दिन इसके शिकार हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि Whatsapp DP Fraud क्या है, कैसे होता है, और इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए।
Whatsapp DP Fraud क्या है?
Whatsapp DP Fraud एक नया साइबर क्राइम है, जिसमें ठग किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति की प्रोफाइल फोटो चुराकर उसे अपने फर्जी Whatsapp अकाउंट पर लगा लेते हैं। इसके बाद वे पीड़ित को यह यकीन दिलाने की कोशिश करते हैं कि वे वही व्यक्ति हैं, जिससे वह पहले से परिचित है। जब पीड़ित को भरोसा हो जाता है, तो ठग धोखे से पैसे ट्रांसफर करवा लेते हैं।
मुंबई में कैसे हुआ 4.4 करोड़ रुपये का Fraud?
मुंबई में एक बड़ी कंपनी के अधिकारी इस Fraud के शिकार हुए। ठग ने कंपनी के कार्यकारी निदेशक की फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी Whatsapp अकाउंट बनाया और कंपनी के एक कर्मचारी से संपर्क किया।
फर्जी नंबर का इस्तेमाल
ठग ने एक अज्ञात नंबर से कर्मचारी को मैसेज भेजा और खुद को कंपनी का कार्यकारी निदेशक बताया।इंटरनेट कनेक्टिविटी का बहाना
ठग ने कहा कि वह बिजनेस दौरे पर है और वहां इंटरनेट की समस्या है, इसलिए नए नंबर से संपर्क कर रहा है।DP देखकर भरोसा कर लिया
कर्मचारी ने Whatsapp पर कार्यकारी निदेशक की फोटो देखी और तुरंत भरोसा कर लिया।करोड़ों रुपये ट्रांसफर कर दिए
कर्मचारी ने 4.4 करोड़ रुपये तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए।जब सच सामने आया
बाद में जब कर्मचारी ने वाउचर के लिए वास्तविक निदेशक से संपर्क किया, तो उसे ठगी का एहसास हुआ।
कैसे दिया गया ठगी को अंजाम?
ठग ने पहले कंपनी के निदेशक की सोशल मीडिया फोटो चुराई।
इसके बाद Whatsapp पर फर्जी अकाउंट बनाकर कर्मचारी से संपर्क किया।
इंटरनेट कनेक्टिविटी खराब होने का बहाना बनाकर नए नंबर को सेव करने को कहा।
महत्वपूर्ण बिजनेस डील के नाम पर 2.6 करोड़ रुपये अग्रिम भुगतान के रूप में मांगे।
फिर 1.8 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांग की, जिसे कर्मचारी ने भरोसे में आकर भेज दिया।
कुछ दिनों बाद जब कर्मचारी ने वाउचर की मांग की, तो हकीकत सामने आई।
ऐसे साइबर ठगी से बचने के तरीके
1. अज्ञात नंबर से सतर्क रहें
अगर कोई अचानक नया नंबर इस्तेमाल करने की बात कहे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
2. हमेशा कॉल करके पुष्टि करें
कोई भी वित्तीय लेन-देन करने से पहले व्यक्ति से कॉल पर बात करें और सुनिश्चित करें कि वह वही व्यक्ति है।
3. सोशल मीडिया पर अपनी DP सार्वजनिक न करें
अगर आपकी प्रोफाइल फोटो सार्वजनिक है, तो कोई भी इसे डाउनलोड करके फर्जी अकाउंट बना सकता है।
4. कंपनी में दो-चरणीय सत्यापन अपनाएं
कंपनियों को बड़े वित्तीय लेन-देन से पहले दो-चरणीय सत्यापन प्रणाली अपनानी चाहिए।
5. साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर तुरंत शिकायत करें
अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
निष्कर्ष
आज के समय में ऑनलाइन ठगी के तरीके लगातार बदल रहे हैं। Whatsapp DP Fraud एक नया और खतरनाक साइबर अपराध है, जिससे बचने के लिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी संदिग्ध Whatsapp मैसेज या नए नंबर से मिलने वाली वित्तीय मांगों को बिना पुष्टि किए स्वीकार न करें। अपनी सुरक्षा खुद करें और साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बचें।