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WhatsApp पर बढ़ता Digital Arrest Fraud! RBI ने जारी की सख्त चेतावनी, तुरंत बरतें सावधानी |
WhatsApp पर बढ़ता Digital Arrest Fraud! RBI ने जारी की सख्त चेतावनी, तुरंत बरतें सावधानी
साइबर क्राइम का नया हथकंडा: आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने में लगे हुए हैं। खासकर WhatsApp यूजर्स के लिए यह खतरा और भी बढ़ गया है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने WhatsApp यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। RBI ने बताया है कि साइबर अपराधी Digital Arrest का डर दिखाकर लोगों को ठग रहे हैं और उनसे बड़ी रकम ऐंठ रहे हैं।
क्या है Digital Arrest Fraud?
Digital Arrest एक नई तरह की ठगी है जिसमें अपराधी खुद को सरकारी अधिकारी, पुलिस या बैंक अधिकारी बताकर पीड़ित को डराते हैं। वे WhatsApp या किसी अन्य वीडियो कॉलिंग ऐप के जरिए कॉल करके धमकी देते हैं कि अगर उन्होंने बताए गए निर्देशों का पालन नहीं किया तो उन्हें डिजिटल रूप से गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
RBI की चेतावनी: सावधान रहें और सतर्कता बरतें
RBI ने स्पष्ट किया है कि भारत में "Digital Arrest" नाम की कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं है। साइबर ठग इस फर्जी गिरफ्तारी के नाम पर लोगों को डराकर उनसे पैसों की मांग कर रहे हैं। RBI ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी मैसेज या कॉल पर ध्यान न दें और अपनी वित्तीय या व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
RBI ने अपनी चेतावनी में कहा है:
"क्या आपको डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी दी जा रही है? ध्यान रखें, भारतीय कानून में Digital Arrest जैसी कोई चीज़ नहीं होती। कृपया अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी किसी को न दें और कोई भी भुगतान न करें। किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।"
कैसे हो रहा है Digital Arrest Fraud?
अपराधी WhatsApp या अन्य वीडियो कॉलिंग ऐप के माध्यम से पीड़ित को कॉल करते हैं।
खुद को सरकारी अधिकारी या पुलिस बताकर डराने की कोशिश करते हैं।
झूठा आरोप लगाकर डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी देते हैं।
फिरौती के रूप में मोटी रकम की मांग करते हैं और तुरंत पेमेंट करने का दबाव डालते हैं।
Digital Arrest Fraud से कैसे बचें?
संदिग्ध कॉल्स को नजरअंदाज करें – अगर कोई अनजान व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी बताकर कॉल करे तो तुरंत कॉल काट दें।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें – बैंक डिटेल, OTP, आधार नंबर या अन्य महत्वपूर्ण जानकारी किसी को न दें।
धमकियों से न डरें – भारत में Digital Arrest जैसी कोई चीज नहीं है, इसलिए ऐसी धमकियों पर विश्वास न करें।
साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें – यदि आपको इस तरह की कॉल आती है तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर इसकी जानकारी दें।
WhatsApp और सोशल मीडिया पर सतर्क रहें – किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध मैसेज को तुरंत रिपोर्ट करें।
Digital Arrest Fraud से जुड़ी घटनाएं बढ़ रही हैं
रिपोर्ट्स के अनुसार, कई लोग इस तरह की ठगी का शिकार हो चुके हैं। कुछ मामलों में पीड़ितों ने डर के कारण लाखों रुपये ठगने वालों को दे दिए, जबकि कुछ लोगों ने मानसिक तनाव के कारण गंभीर कदम उठा लिए।
सरकार और RBI की सख्त कार्रवाई
भारत सरकार और RBI इस तरह के साइबर अपराधों पर सख्ती से नजर रख रहे हैं। साइबर सुरक्षा एजेंसियां लगातार इस पर कार्रवाई कर रही हैं और जनता को जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियान चला रही हैं।
निष्कर्ष: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
WhatsApp और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। ऐसे में हर यूजर को जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज आता है, तो घबराएं नहीं, बल्कि सही कदम उठाएं और तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।