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घर बैठे कमाने के चक्कर में फंसी बीएड छात्रा: WhatsApp और Telegram से 3 लाख की ठगी का चौंकाने वाला मामला! |
घर बैठे कमाने के चक्कर में फंसी बीएड छात्रा: WhatsApp और Telegram से 3 लाख की ठगी का चौंकाने वाला मामला!
आज के डिजिटल युग में साइबर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जागरूकता फैलाने के बावजूद लोग इन घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पढ़े-लिखे लोग भी ठगों के जाल में फंस रहे हैं। घर बैठे पैसे कमाने का लालच अक्सर लोगों को इन खतरनाक जालसाजों की ओर खींच लेता है। ऐसा ही एक मामला उत्तर भारत की बीएड छात्रा वैशाली के साथ हुआ, जिसने नौकरी के चक्कर में 3 लाख रुपये गंवा दिए।
WhatsApp पर मिला जॉब ऑफर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वैशाली नाम की बीएड की छात्रा को पिछले महीने एक अनजान नंबर से WhatsApp पर जॉब ऑफर का मैसेज आया। इस मैसेज में घर बैठे पैसे कमाने की बात कही गई थी। लालच में आकर वैशाली ने इस ऑफर को स्वीकार कर लिया। इसके बाद ठगों ने उसे एक लिंक भेजा, जिसे क्लिक करने पर वह एक Telegram Group में जुड़ गई।
Telegram Group में दिए गए टास्क
टेलीग्राम ग्रुप में वैशाली को कुछ छोटे-छोटे टास्क दिए गए, जिन्हें पूरा करने पर पैसे मिलने का वादा किया गया। टास्क के साथ-साथ उससे कुछ रुपये जमा कराने की भी मांग की गई। ठगों की बातों में आकर वैशाली ने पैसे ट्रांसफर करने की हामी भर दी।
ठगी का जाल: सात बार मांगे पैसे
पीड़िता ने ठगों के कहने पर अपने और अपने पिता के बैंक अकाउंट से सात बार पैसे ट्रांसफर किए। कुल मिलाकर उसने लगभग 3 लाख रुपये ठगों के अकाउंट में भेज दिए। ठगों की डिमांड यहीं खत्म नहीं हुई। बार-बार पैसे मांगने पर वैशाली को ठगी का एहसास हुआ।
पुलिस में शिकायत और कार्रवाई
जब वैशाली को समझ आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुकी है, तो उसने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। हालांकि, इस तरह के मामलों में बहुत कम बार पीड़ित को उसका पैसा वापस मिल पाता है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
जॉब ऑफर को सत्यापित करें
अगर कोई जॉब ऑफर मिलता है, तो उसकी वैधता को अच्छे से जांचें। सिर्फ मैसेज या कॉल पर भरोसा न करें।संवेदनशील जानकारी साझा न करें
अपनी बैंक डिटेल्स, OTP, आधार कार्ड या पैन नंबर जैसी निजी जानकारी किसी से साझा न करें।सावधानी से लिंक पर क्लिक करें
किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी प्रामाणिकता सुनिश्चित करें।जागरूक रहें
कोई व्यक्ति पुलिस, बैंक अधिकारी या अन्य किसी अधिकारी के रूप में बात करे, तो उसकी पहचान की पुष्टि करें।शिकायत दर्ज करें
अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल या स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
निष्कर्ष
डिजिटल युग में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। साइबर ठगी करने वाले शातिर अपराधी नए-नए तरीके अपनाते हैं। जागरूक रहकर और सुरक्षा उपाय अपनाकर आप खुद को इस तरह की घटनाओं से बचा सकते हैं।