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Whatsapp Hacking से Cyber Fraud का मामला: शिक्षिका के Whatsapp हैक से 80 हजार की ठगी, साथी के नाम पर भेजा गया मैसेज |
Whatsapp Hacking से Cyber Fraud का मामला: शिक्षिका के Whatsapp हैक से 80 हजार की ठगी, साथी के नाम पर भेजा गया मैसेज
सरगुजा जिले के दरिमा क्षेत्र में साइबर ठगों ने एक बार फिर अपनी हरकतों से मासूम लोगों को निशाना बनाया। स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी विद्यालय की शिक्षिका पार्वती राजवाड़े के Whatsapp अकाउंट को हैक करके, उनकी साथी शिक्षिका दीप्ति पाठक के नाम पर 80 हजार रुपए की ठगी की गई। यह घटना तब हुई, जब पार्वती अपने भाई के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने गई थीं।
कैसे हुआ साइबर फ्रॉड?
फर्जी मैसेज से मांगे पैसे
9 जनवरी को शिक्षिका पार्वती को उनकी साथी शिक्षिका दीप्ति पाठक के Whatsapp नंबर से एक मैसेज आया। इस मैसेज में लिखा था कि उनका यूपीआई काम नहीं कर रहा है और उन्हें तुरंत 36 हजार रुपए की आवश्यकता है। साथ ही यह भी आश्वासन दिया गया कि पैसे दो घंटे में वापस कर दिए जाएंगे।
पार्वती ने इस पर भरोसा करते हुए पहले 36 हजार रुपए भेजे। इसके बाद अन्य मैसेज के जरिए 24 हजार और फिर 28 हजार रुपए भेजे। इस प्रकार, कुल 80 हजार रुपए ठगों के खाते में ट्रांसफर हो गए।
सच्चाई का हुआ खुलासा
स्कूल लौटने पर पता चला सच
11 जनवरी को जब पार्वती अपनी छुट्टी खत्म करके स्कूल पहुंचीं, तो उन्हें पता चला कि दीप्ति पाठक का Whatsapp अकाउंट हैक कर लिया गया था। दीप्ति ने इस प्रकार का कोई मैसेज भेजा ही नहीं था।
जब पूरी घटना का पता चला, तो पार्वती ने तुरंत दरिमा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Cyber Fraud के बढ़ते मामले
क्यों बढ़ रही हैं साइबर क्राइम की घटनाएं?
डिजिटल जागरूकता की कमी: लोग आसानी से फर्जी मैसेज पर विश्वास कर लेते हैं।
साइबर सुरक्षा उपायों की अनदेखी: दो-स्टेप वेरिफिकेशन जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं करना।
फिशिंग लिंक और मैसेज: ठग फर्जी लिंक या संदेशों के जरिए लोगों को फंसाते हैं।
Cyber Fraud से कैसे बचें?
महत्वपूर्ण सुझाव
Whatsapp की सुरक्षा बढ़ाएं: हमेशा टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।
अज्ञात संदेशों से सतर्क रहें: किसी भी अनजान लिंक या संदिग्ध संदेश पर प्रतिक्रिया न दें।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: सोशल मीडिया या मैसेजिंग ऐप्स पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखें।
संदेश की सत्यता जांचें: अगर कोई पैसा मांगता है, तो पहले फोन कॉल या अन्य माध्यम से उसकी पुष्टि करें।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की उम्मीदें
पुलिस ने इस मामले में आईटी एक्ट की धारा 66डी और 318(4) के तहत मामला दर्ज किया है। साइबर सेल भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि ठगों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
निष्कर्ष
यह घटना यह सिखाती है कि Cyber Fraud से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता बेहद जरूरी है। डिजिटल युग में जहां एक तरफ तकनीक हमारे जीवन को आसान बनाती है, वहीं दूसरी ओर इसके दुरुपयोग से नुकसान भी हो सकता है। इसलिए, सभी को चाहिए कि वे सुरक्षा उपाय अपनाएं और अपने डिजिटल खातों को सुरक्षित रखें।