WhatsApp Group के जरिए किदवईनगर के युवक से 3.70 लाख की ठगी: लाखों का नुकसान, जानें कैसे बचें Cyber Fraud से
WhatsApp Group के जरिए किदवईनगर के युवक से 3.70 लाख की ठगी: लाखों का नुकसान, जानें कैसे बचें Cyber Fraud से
कानपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां साइबर अपराधियों ने एक व्यापारी को घर बैठे पैसे कमाने का झांसा देकर 3.70 लाख रुपये की ठगी की। किदवईनगर निवासी अमित पांडेय, जो पेशे से व्यापारी हैं, इस ठगी का शिकार हुए।
कैसे हुआ फ्रॉड?
अमित पांडेय ने इंटरनेट पर घर बैठे पैसे कमाने के विज्ञापन देखे। इसके बाद, एक अज्ञात नंबर से उन्हें WhatsApp Group में जोड़ा गया। Group में शेयर खरीदने और भारी मुनाफा कमाने का दावा किया गया। भरोसा करके अमित ने 3.70 लाख रुपये निवेश कर दिए।
जब उन्होंने मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन्हें फर्जी ट्रांजेक्शन की रसीद भेजी। उनके बैंक खाते में कोई पैसा नहीं आया। इसके बाद, उन्हें Group से हटा दिया गया। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने बाबूपुरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई
बाबूपुरवा थाना प्रभारी अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और आरोपियों की तलाश जारी है।
ऑनलाइन सरिया ऑर्डर में 1.66 लाख की ठगी
साइबर ठगी का एक और मामला चकेरी में सामने आया, जहां मकान निर्माण के लिए ऑनलाइन सरिया मंगाने वाले युवक से 1.66 लाख रुपये ठग लिए गए।
कैसे हुआ फ्रॉड?
चकेरी के सजारी स्थित हाईवे सिटी योजना भाग दो निवासी अतुल कटियार ने मकान निर्माण के लिए गूगल से एक सरिया कंपनी के डीलर का नंबर लिया।
एक व्यक्ति ने खुद को युवराज सिंह नाम का डीलर बताया।
अतुल ने 23 क्विंटल सरिया का ऑर्डर दिया और 1.18 लाख रुपये ऑनलाइन भुगतान कर दिया।
जब दो दिन तक सरिया नहीं पहुंची, तो उन्होंने फिर से संपर्क किया। ठग ने नया ऑर्डर 2.5 टन का होने की बात कहकर 46,700 रुपये और वसूले।
सरिया नहीं मिलने पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ।
पुलिस की जांच
चकेरी थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और साइबर सेल की मदद से आरोपी की तलाश जारी है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। इनसे बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है।
संदिग्ध ऑफर्स से बचें: ऐसे ऑफर्स, जो सामान्य से ज्यादा मुनाफा देने का दावा करते हैं, उनसे बचें।
विश्वसनीयता जांचें: किसी भी डीलर या कंपनी की प्रमाणिकता की जांच करें।
ऑनलाइन पेमेंट सावधानी से करें: अज्ञात व्यक्तियों को पेमेंट करने से पहले पूरी जानकारी लें।
पुलिस से संपर्क करें: किसी भी ठगी का शक होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
निष्कर्ष
साइबर अपराधी हर दिन नए तरीके अपनाते हैं। सतर्क रहें और जागरूक रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें। पुलिस और साइबर सेल की मदद से ठगों को पकड़ने का प्रयास जारी है।