WhatsApp फ्री में कैसे कमाता है करोड़ों रुपये: जानें इसके बिजनेस मॉडल के तरीके |
WhatsApp फ्री में कैसे कमाता है करोड़ों रुपये: जानें इसके बिजनेस मॉडल के तरीके
WhatsApp आज का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग, ऑडियो, और वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म है। यह उपयोगकर्ताओं को मुफ्त में सेवा प्रदान करता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि WhatsApp की कमाई का स्रोत क्या है? चूंकि कोई भी सेवा बिना कमाई के नहीं चल सकती, खासकर ऐसे बड़े प्लेटफॉर्म के लिए, जो दुनियाभर में अरबों यूजर्स को सेवा प्रदान करता है। इसे चलाने के लिए इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों की जरूरत होती है। आज हम इस लेख में जानेंगे कि WhatsApp कैसे और किन-किन तरीकों से रोजाना करोड़ों रुपये की कमाई करता है।
WhatsApp की कमाई का स्रोत: रिपोर्ट का खुलासा
इंवेस्टोपीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, WhatsApp ने साल 2021 में लगभग 71,191 करोड़ रुपये की कमाई की थी। इस लोकप्रिय प्लेटफॉर्म की शुरुआत 2009 में जैन कौम और ब्रायन एक्टन ने की थी। बाद में 2014 में Facebook (अब Meta) ने इसे खरीद लिया, जिससे इसके बिजनेस मॉडल में कई बदलाव हुए। WhatsApp अपने यूजर्स के लिए फ्री है, लेकिन इसके कॉमर्शियल उपयोग के लिए इसे चार्ज किया जाता है।
WhatsApp फ्री में कैसे कमाता है करोड़ों रुपये: जानें इसके बिजनेस मॉडल के तरीके |
WhatsApp की कमाई के मुख्य तीन तरीके
WhatsApp की कमाई के मुख्यतः तीन प्रमुख स्रोत हैं:
कॉमर्शियल मैसेजिंग सर्विस
WhatsApp बिजनेस ऐप के जरिए कंपनियां ग्राहकों को OTP, प्रमोशनल और अन्य मैसेज भेजती हैं। इस सेवा के लिए WhatsApp कंपनियों से शुल्क लेता है। यह शुल्क WhatsApp की कमाई का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है। बिजनेस ऐप का उपयोग अधिकतर कंपनियां ग्राहकों से जुड़ने और सेवाओं की जानकारी देने के लिए करती हैं, जिससे WhatsApp को भी अच्छी कमाई होती है।डेटा-संचित सेवाएं
WhatsApp सीधे तौर पर यूजर्स का डेटा नहीं बेचता, लेकिन वह अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से कंपनियों को ग्राहकों तक पहुँचने में सहायता करता है। इसके द्वारा Meta को उपभोक्ता जानकारी और उपयोग के पैटर्न के बारे में जानकारी मिलती है, जिसका इस्तेमाल फेसबुक पर विज्ञापन को टारगेट करने के लिए किया जाता है।इन-ऐप परचेज और बिजनेस वेरिफिकेशन सेवा
WhatsApp बिजनेस में कंपनियों को अपने प्रोफाइल को वेरिफाई करने का विकल्प भी दिया जाता है। Verified प्रोफाइल से कंपनियां ग्राहकों का विश्वास जीतती हैं और इसके लिए उन्हें WhatsApp को भुगतान करना होता है। इस सेवा के चलते कई बड़ी कंपनियां WhatsApp का उपयोग अपने व्यापारिक उद्देश्यों के लिए करती हैं।
WhatsApp का बिजनेस ऐप और सेवा शुल्क
WhatsApp बिजनेस ऐप की शुरुआत 2018 में हुई थी, जिसका उद्देश्य छोटे और बड़े व्यवसायों को उनके ग्राहकों से सीधे जोड़ना था। WhatsApp फॉर बिजनेस के जरिए कंपनियां अपने ग्राहकों को मैसेज, अपॉइंटमेंट रिमाइंडर, ऑफर और अन्य जानकारी भेज सकती हैं। इसके बदले WhatsApp कंपनियों से सेवा शुल्क लेता है। WhatsApp द्वारा उपलब्ध कराई गई यह सुविधा व्यवसायों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो रही है।
WhatsApp फ्री क्यों हुआ? इतिहास पर एक नजर
पहले, WhatsApp का उपयोग मुफ्त नहीं था। इसका उपयोग करने के लिए मामूली शुल्क देना पड़ता था। लेकिन 2014 में फेसबुक द्वारा अधिग्रहण के बाद इसे पूरी तरह मुफ्त कर दिया गया। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक यूजर्स को जोड़ना था। मुफ्त सेवा के बावजूद, कंपनी ने कमाई के कई स्मार्ट तरीके खोजे, जिससे WhatsApp अब एक लाभकारी प्लेटफॉर्म बन गया है।
WhatsApp में लगातार होते बदलाव
WhatsApp समय-समय पर अपनी सेवाओं में बदलाव करता रहता है। हाल ही में, इसने उपयोगकर्ताओं को HD फोटो और वीडियो भेजने की सुविधा प्रदान की है। इसके अलावा, अब उपयोगकर्ता अपने भेजे गए मैसेज को एडिट भी कर सकते हैं। ये सभी सुविधाएं यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए हैं और इन्हें ज्यादा से ज्यादा यूजर्स से जोड़े रखने के लिए भी हैं।
WhatsApp का भविष्य और संभावनाएं
WhatsApp का बिजनेस मॉडल अन्य मैसेजिंग ऐप्स के लिए एक उदाहरण बन गया है। कंपनी लगातार नई-नई सुविधाएं जोड़ रही है, जिससे यह न केवल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बल्कि एक सम्पूर्ण बिजनेस प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है। WhatsApp की ये सुविधाएं इसे एक स्थिर और लाभकारी बिजनेस बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।