84 लाख WhatsApp Account हुए Ban |
84 लाख WhatsApp Account हुए Ban, चेक करें कहीं आपका नंबर तो नहीं शामिल बचने के जाने उपाय
भारत में WhatsApp अपने यूजर्स की सुरक्षा और प्लेटफॉर्म की पॉलिसी का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए हर महीने लाखों अकाउंट्स को बैन कर रहा है। WhatsApp की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2024 के महीने में 85 लाख से अधिक अकाउंट्स को प्रतिबंधित किया गया। Meta के स्वामित्व वाला यह मैसेजिंग प्लेटफॉर्म संदिग्ध और रिपोर्ट किए गए अकाउंट्स के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है, जिससे यूजर्स को सुरक्षित अनुभव मिले।
WhatsApp का सख्त रुख: 85 लाख अकाउंट्स पर बैन
WhatsApp ने सितंबर में जारी की गई रिपोर्ट में बताया कि उसने 85 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया है। इनमें से करीब 16 लाख अकाउंट्स को प्रोएक्टिवली बैन किया गया था, जिसका अर्थ है कि इन अकाउंट्स पर किसी यूजर की रिपोर्ट से पहले ही कार्रवाई की गई थी। यह प्लेटफॉर्म अपने पॉलिसी उल्लंघन डिटेक्शन सिस्टम के जरिए उन अकाउंट्स की पहचान करता है जो नियमों का उल्लंघन कर रहे होते हैं।
अगस्त 2024 में भी इसी तरह 84.58 लाख अकाउंट्स पर बैन लगाया गया था। WhatsApp के पास अकाउंट्स की गतिविधियों की निगरानी के लिए एक सख्त प्रक्रिया है, जो तीन चरणों में काम करती है—रजिस्ट्रेशन, मैसेजिंग और नकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद। इन चरणों में अगर कोई भी अकाउंट प्लेटफॉर्म के नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है, तो उसे तुरंत बैन कर दिया जाता है।
नए IT नियमों के तहत कंप्लायंस रिपोर्ट का पालन
भारत सरकार के IT नियम 2021 के तहत हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मंथली कंप्लायंस रिपोर्ट जमा करनी होती है। इसी नियम का पालन करते हुए, WhatsApp ने अपनी कंप्लायंस रिपोर्ट में बताया कि उसे भारत से 8,161 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 97 मामलों में तुरंत कार्रवाई की गई। इसके अतिरिक्त, देश में स्थापित Grievance Appellate Committee (GAC) से भी दो निर्देश मिले, जिनका पूरी तरह से अनुपालन किया गया।
WhatsApp ने यह भी बताया कि वह अपने यूजर्स को अकाउंट्स की रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा, WhatsApp का ऑन-प्लेटफॉर्म एब्यूस डिटेक्शन सिस्टम भी लगातार निगरानी करता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करता है। यदि किसी यूजर को अकाउंट्स से संबंधित शिकायत करनी हो, तो वह grievance_officer_wa@support.whatsapp.com पर ईमेल कर सकता है या इंडिया ग्रिवांस ऑफिसर को पोस्ट द्वारा मेल भेज सकता है।
WhatsApp का प्रोएक्टिव बैनिंग सिस्टम कैसे करता है काम
WhatsApp का प्रोएक्टिव बैनिंग सिस्टम उन अकाउंट्स को बैन करता है, जो बिना किसी रिपोर्ट के भी संदिग्ध गतिविधियां करते पाए जाते हैं। यह सिस्टम यूजर्स की गतिविधियों पर नजर रखता है और रजिस्ट्रेशन के समय, मैसेज भेजते समय, और अन्य नकारात्मक प्रतिक्रियाओं के आधार पर तय करता है कि किन अकाउंट्स पर बैन लगाना है। इस तरह के सिस्टम से यह सुनिश्चित होता है कि जो अकाउंट्स प्लेटफॉर्म के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।
1 अगस्त से 31 अगस्त 2024 तक 84.58 लाख अकाउंट्स पर लगा बैन
WhatsApp ने अगस्त 2024 में भी 84.58 लाख से अधिक अकाउंट्स को बैन किया था। इनमें से करीब 16 लाख अकाउंट्स को प्रोएक्टिव तरीके से प्रतिबंधित किया गया था। प्लेटफॉर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह संख्या दिखाती है कि वह पॉलिसी के उल्लंघन के खिलाफ कोई समझौता नहीं करता और बिना किसी देरी के कार्रवाई करता है।
WhatsApp के अकाउंट्स बैन करने का उद्देश्य
WhatsApp का मुख्य उद्देश्य अपने यूजर्स को सुरक्षित और भरोसेमंद माहौल प्रदान करना है। जब भी कोई अकाउंट पॉलिसी का उल्लंघन करता है या यूजर्स को किसी प्रकार का खतरा पहुंचाने की कोशिश करता है, तो उस पर तुरंत बैन लगा दिया जाता है। इसी उद्देश्य से Meta का यह प्लेटफॉर्म हर महीने लाखों अकाउंट्स को बैन कर रहा है, ताकि इसका उपयोग और सुरक्षित बन सके।
भारत में WhatsApp की यह सख्ती दर्शाती है कि वह अपने यूजर्स की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।