दुनिया के वो देश जहां WhatsApp पर है प्रतिबंध |
दुनिया के वो देश जहां WhatsApp पर है प्रतिबंध – जानें कौन-कौन से देश हैं इस लिस्ट में
WhatsApp आज के दौर में हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। इस एप्लिकेशन के जरिए हम ना केवल मैसेज भेजते हैं, बल्कि वॉयस और वीडियो कॉल्स, फोटो, वीडियो, लोकेशन, डॉक्यूमेंट्स और यहां तक कि पैसे भी ट्रांसफर कर सकते हैं। WhatsApp की पहुंच दुनियाभर में है और लगभग 180 देशों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे देश भी हैं जहां WhatsApp का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित है?
इस लेख में हम जानेंगे उन देशों के बारे में जहां WhatsApp बैन है, और इसके पीछे के कारण क्या हैं।
दुनिया के वो देश जहां WhatsApp पर है प्रतिबंध |
चीन में WhatsApp पर क्यों है प्रतिबंध?
चीन अपनी सख्त सेंसरशिप नीतियों के लिए जाना जाता है। यहां सरकार ने न केवल WhatsApp, बल्कि कई अन्य विदेशी एप्लिकेशन और वेबसाइट्स को भी बैन कर रखा है। इसका कारण है सरकार की पूर्ण नियंत्रण की नीति, जिसके तहत वह विदेशी संचार माध्यमों को अपने देश में प्रवेश नहीं करने देती। चीन में WhatsApp की जगह वीचैट का इस्तेमाल किया जाता है, जो सरकार द्वारा मॉनिटर किया जाता है।
उत्तर कोरिया – दुनिया की सबसे सख्त इंटरनेट नीतियां
उत्तर कोरिया में इंटरनेट का इस्तेमाल ही एक बड़ी चुनौती है, वहां की आम जनता के लिए। तानाशाह किम जोंग उन ने देश में बाहरी संचार साधनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है, जिसमें WhatsApp भी शामिल है। यहां लोग इंटरनेट का इस्तेमाल भी नहीं कर सकते, और अगर किसी को WhatsApp का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है।
ईरान – धार्मिक और राजनीतिक कारणों से बैन
ईरान में WhatsApp बैन होने का मुख्य कारण धार्मिक और राजनीतिक है। ईरान की सरकार का मानना है कि मेटा (पूर्व में फेसबुक) के सीईओ मार्क जुकरबर्ग यहूदी समर्थक हैं, जिसके चलते देश में WhatsApp पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यहां के लोग स्थानीय मैसेजिंग ऐप्स का उपयोग करते हैं, जो सरकार की निगरानी में होती हैं।
सीरिया – गृहयुद्ध और गोपनीयता की चिंता
सीरिया, जो वर्षों से गृहयुद्ध की स्थिति से गुजर रहा है, वहां भी WhatsApp पर प्रतिबंध है। सरकार का मानना है कि WhatsApp के जरिए देश की आंतरिक जानकारी बाहरी दुनिया में जा सकती है, और इसी डर से वहां WhatsApp पर रोक लगाई गई है।
कतर – आंशिक प्रतिबंध
कतर में WhatsApp पूरी तरह से बैन नहीं है। यहां के लोग टैक्स्ट मैसेजिंग सेवा का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन वॉयस और वीडियो कॉलिंग सुविधाएं प्रतिबंधित हैं। इसका कारण है कि कतर सरकार स्थानीय दूरसंचार कंपनियों को बढ़ावा देना चाहती है, और WhatsApp की ये सुविधाएं इन कंपनियों के व्यापार में बाधा डालती हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) – वॉयस और वीडियो कॉल्स पर प्रतिबंध
कतर की तरह ही संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में भी WhatsApp की वॉयस और वीडियो कॉलिंग सुविधाओं पर प्रतिबंध है। यहां लोग सिर्फ मैसेजिंग सेवा का उपयोग कर सकते हैं, जबकि कॉलिंग के लिए उन्हें अन्य स्थानीय विकल्पों का सहारा लेना पड़ता है। UAE सरकार भी कतर की तरह अपनी दूरसंचार कंपनियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह प्रतिबंध लगाती है।
WhatsApp बैन के पीछे का कारण – सुरक्षा या नियंत्रण?
अधिकांश देशों में WhatsApp पर प्रतिबंध लगाने का मुख्य कारण सुरक्षा या राजनीतिक नियंत्रण है। जैसे चीन और उत्तर कोरिया में सरकारें अपने नागरिकों की संचार गतिविधियों पर पूरी तरह से नियंत्रण रखना चाहती हैं, वहीं कतर और UAE में यह प्रतिबंध स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए लगाए गए हैं। ईरान में धार्मिक और राजनीतिक कारणों ने इस प्रतिबंध को जन्म दिया है।
निष्कर्ष – WhatsApp बैन के बढ़ते प्रभाव
WhatsApp, जो आज की दुनिया में संचार का एक महत्वपूर्ण साधन बन चुका है, कई देशों में प्रतिबंधित है। इन देशों की सरकारें अपनी सुरक्षा, राजनीतिक स्थिरता और आंतरिक नियंत्रण के चलते ऐसे कदम उठाती हैं। हालांकि, दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में WhatsApp का उपयोग बिना किसी रुकावट के हो रहा है, लेकिन कुछ खास देशों में यह प्रतिबंधित बना हुआ है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इन देशों की नीतियों में कोई बदलाव आता है या नहीं, खासकर जब संचार तकनीकें और अधिक उन्नत हो रही हैं।