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WhatsApp Video Call |
WhatsApp वीडियो कॉल से ब्लैकमेलिंग का शिकार होने से बचें - जानिए कैसे रहें सुरक्षित!
आजकल साइबर अपराधों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और अनजान नंबर से आने वाली WhatsApp वीडियो कॉल्स के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रायपुर पुलिस ने लोगों को इस तरह की कॉल्स से दूर रहने की कड़ी चेतावनी दी है। साइबर जागरूकता पखवाड़े के दौरान, पुलिस ने विशेष रूप से लोगों को सतर्क किया है कि अनजान नंबर से आई WhatsApp वीडियो कॉल्स का जवाब न दें, क्योंकि इससे आप ब्लैकमेलिंग के जाल में फंस सकते हैं।
WhatsApp वीडियो कॉल से ब्लैकमेलिंग का कैसे होता है शिकार?
रायपुर के सिविल लाइन पुलिस थाना प्रभारी रोहित मालेकर के अनुसार, ज्यादातर रात के समय अनजान नंबर से वीडियो कॉल आती है। यदि कोई व्यक्ति इस कॉल को उठाता है, तो स्क्रीन पर एक लड़की दिखाई देती है जो अश्लील हरकतें करती है। इस दौरान कॉल अचानक कट जाती है और थोड़ी देर बाद WhatsApp पर उस कॉल की रिकॉर्डिंग भेज दी जाती है। इसके बाद ब्लैकमेलर धमकी देता है कि यदि पीड़ित ने पैसे नहीं दिए, तो यह वीडियो और उसकी अश्लील तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल कर दी जाएंगी और उनके सभी फेसबुक दोस्तों को भेज दी जाएंगी।
ब्लैकमेलिंग के पीछे का तरीका
पुलिस के अनुसार, इस तरह की घटनाओं में अपराधी दो प्रमुख तरीकों का उपयोग करते हैं:
फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट के माध्यम से जाल में फंसाना: अपराधी फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाते हैं, जिनमें सुंदर लड़कियों की तस्वीरें होती हैं। वे इन प्रोफाइल्स से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं, जिसे लोग अक्सर स्वीकार कर लेते हैं। इसके बाद, मैसेंजर के जरिए WhatsApp नंबर प्राप्त किया जाता है और फिर वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को फंसाया जाता है।
सीधे WhatsApp वीडियो कॉल: दूसरे तरीके में, अनजान नंबर से सीधे WhatsApp पर वीडियो कॉल की जाती है। जब लोग इस कॉल का जवाब देते हैं, तो उन्हें अश्लील सामग्री दिखाकर ब्लैकमेल किया जाता है।
सेक्सटॉर्शन का बढ़ता खतरा
इस तरह के अपराध को "सेक्सटॉर्शन" कहा जाता है, जिसमें अपराधी अश्लील वीडियो या फोटो का उपयोग करके पीड़ित से पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। पुलिस का कहना है कि कई बार पीड़ित शर्मिंदगी और बदनामी के डर से पैसे देने को मजबूर हो जाते हैं। लेकिन समस्या तब और बढ़ जाती है जब वे ब्लैकमेलर को पैसे देना बंद कर देते हैं, क्योंकि धमकियां फिर से शुरू हो जाती हैं।
WhatsApp वीडियो कॉल से कैसे रहें सुरक्षित?
WhatsApp वीडियो कॉल्स से ब्लैकमेलिंग से बचने के लिए पुलिस ने कुछ जरूरी उपाय बताए हैं:
अनजान लोगों से संपर्क न करें: खासतौर पर फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर अनजान महिलाओं की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से बचें।
अनजान वीडियो कॉल का जवाब न दें: यदि आपको किसी अनजान नंबर से वीडियो कॉल आती है, तो उसे नजरअंदाज करें। बिना नाम और फोटो वाले नंबर से आने वाली कॉल्स को रिसीव न करें।
सतर्क रहें: अगर आपके साथ ऐसा कुछ होता है, तो घबराएं नहीं। कॉल को रिकॉर्ड करें और सबूत के तौर पर रखें।
घटना होने पर क्या करें?
अगर आप इस तरह की किसी घटना का शिकार हो जाते हैं, तो पुलिस ने कुछ आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है:
डेटा न डिलीट करें: अपने मोबाइल से किसी भी प्रकार के डेटा को डिलीट न करें, खासकर भेजे गए फोटो और वीडियो को।
फेसबुक यूआरएल सुरक्षित रखें: उस फेसबुक प्रोफाइल की यूआरएल को सेव करें जिससे आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी।
साइबर क्राइम रिपोर्ट करें: घटना की जानकारी पुलिस को दें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत कॉल करें। इसके साथ ही केंद्र सरकार के साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर लॉगिन करें और रिपोर्ट दर्ज कराएं।
नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत करें: साइबर सेल या नजदीकी पुलिस थाने में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
निष्कर्ष
आज के डिजिटल युग में हमें अधिक सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यकता है। अनजान नंबर से आने वाली WhatsApp वीडियो कॉल्स के जरिए हो रही ब्लैकमेलिंग के मामलों से बचने के लिए सावधानी बरतें। यदि आपके साथ ऐसा कुछ होता है, तो घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत पुलिस से संपर्क करें और अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बनाएं।