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WhatsApp Chat Recording |
WhatsApp लाएगा नया फीचर! अब कोई भी चैट होगा रिकॉर्ड, Chat Recording से प्राइवेसी पर बड़ा सवाल?
मेटा (Meta) अपने लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) को लगातार यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए नए-नए फीचर्स पर काम कर रहा है। इस साल की शुरुआत में Meta AI के रूप में पर्सनल असिस्टेंट को व्हाट्सएप पर पेश किया गया था। अब मेटा इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए एक और नए फीचर की तैयारी कर रहा है, जिससे व्हाट्सएप का अनुभव और भी पर्सनलाइज़्ड हो जाएगा। लेकिन क्या ये बदलाव आपकी प्राइवेसी को खतरे में डाल सकते हैं?
क्या है 'चैट मेमोरी' फीचर?
WABetaInfo की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप एक नए फीचर पर काम कर रहा है, जिसे 'चैट मेमोरी' कहा जा रहा है। यह फीचर Meta AI को यूजर्स द्वारा साझा की गई महत्वपूर्ण जानकारी को याद रखने में सक्षम बनाएगा। इसका उद्देश्य यूजर्स को उनकी पसंद और रुचियों के आधार पर व्यक्तिगत सुझाव देना है। उदाहरण के लिए, यदि आप शाकाहारी हैं, तो Meta AI आपके लिए वैसी ही रेसिपी और भोजन के सुझाव पेश करेगा।
कैसे काम करेगा यह फीचर?
व्हाट्सएप का नया फीचर उपयोगकर्ताओं द्वारा दी गई जानकारियों को ट्रैक करेगा और उन्हें भविष्य में उपयोग करने के लिए सुरक्षित रखेगा। यह फीचर Meta AI को उपयोगकर्ता की जानकारी के आधार पर अधिक सटीक और व्यक्तिगत प्रतिक्रिया देने में मदद करेगा। इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य चैट अनुभव को और बेहतर बनाना है। इसके साथ ही, यह पर्सनल असिस्टेंट की तरह कार्य करते हुए, यूजर्स की आवश्यकताओं और पसंद के अनुसार सुझाव देगा।
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WhatsApp Chat Recording |
प्राइवेसी पर क्या हो सकते हैं सवाल?
हालांकि इस फीचर से चैटिंग का अनुभव और भी सहज और व्यक्तिगत हो जाएगा, लेकिन प्राइवेसी से जुड़े सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जब AI आपकी चैट और निजी जानकारी को याद रखता है, तो यह डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर सकता है। व्हाट्सएप की तरफ से हालांकि यह साफ किया गया है कि यूजर्स को यह विकल्प दिया जाएगा कि वे कौन सी जानकारी Meta AI को याद रखने देना चाहते हैं और कौन सी नहीं। लेकिन इसके बावजूद, उपयोगकर्ताओं को सावधानी बरतने की जरूरत है।
Meta AI क्या-क्या जानकारी याद रखेगा?
इस फीचर के जरिए Meta AI आपकी पसंदीदा रेसिपी, एलर्जी की जानकारी, पसंदीदा किताबें, पॉडकास्ट और यहां तक कि आपका संवाद करने का तरीका (जैसे औपचारिकता या अनौपचारिकता) भी याद रख सकेगा। इससे AI आपके साथ और अधिक प्रासंगिक और निजी स्तर पर संवाद कर सकेगा।
पर्सनलाइजेशन का नया दौर
Meta AI के इस नए फीचर से व्हाट्सएप पर पर्सनलाइजेशन का नया दौर शुरू होने जा रहा है। जब AI आपके बारे में अधिक जानकारियां जमा करेगा, तो यह आपकी पसंद के अनुसार ही सुझाव देगा। उदाहरण के लिए, अगर आपने पहले किसी व्यंजन को नापसंद किया है या आपको किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी है, तो AI उस व्यंजन को दोबारा सुझाव के रूप में नहीं देगा। इससे चैटिंग का अनुभव और भी स्वाभाविक और सहज हो जाएगा, जो कि एक पर्सनल असिस्टेंट के रूप में Meta AI को और भी मजबूत बनाएगा।
अन्य कंपनियों का अनुभव
ऐसे फीचर्स पहले भी कई कंपनियों ने पेश किए हैं, लेकिन उन्हें प्राइवेसी के मुद्दों का सामना करना पड़ा। Microsoft ने 'Recall' फीचर लॉन्च किया था, जिसे यूजर्स की निजी जानकारी में हस्तक्षेप करने के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा। इसी तरह, Google का 'Pixel Screenshots' फीचर यूजर्स को स्क्रीनशॉट्स रिकॉर्ड करने की सुविधा देता है, लेकिन इसे भी संवेदनशील डेटा से निपटने के तरीके के लिए आलोचना का शिकार होना पड़ा।
क्या कहती है WABeta की रिपोर्ट?
WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप का यह फीचर फिलहाल डेवलपमेंट स्टेज में है। जब इसे आधिकारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा, तभी इस बात का खुलासा होगा कि उपयोगकर्ताओं को अपनी प्राइवेसी के नियंत्रण में कितनी स्वतंत्रता दी जाएगी। लेकिन यह साफ है कि व्हाट्सएप यूजर्स को यह विकल्प देगा कि वे कौन सी जानकारी को रिकॉर्ड करना चाहते हैं और कौन सी नहीं।
निष्कर्ष
व्हाट्सएप का 'चैट मेमोरी' फीचर चैटिंग अनुभव को और अधिक पर्सनलाइज़्ड बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही प्राइवेसी से जुड़े सवाल भी महत्वपूर्ण होंगे। इस फीचर के आने के बाद यूजर्स को सतर्क रहना होगा कि वे किस प्रकार की जानकारी AI के साथ साझा करते हैं। फिलहाल, इसके लॉन्च का इंतजार किया जा रहा है, जो यूजर्स के अनुभव को और बेहतर बना सकता है।